

गोंदिया ज़िले सहित संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य में सामने आए बोगस शिक्षक शालार्थ आयडी घोटाले के संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) का NSUI गोंदिया जिला कमिटी ने स्वागत किया है। इस संबंध में NSUI जिलाध्यक्ष अमन तिगाला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री मा. श्री देवेंद्र फडणवीस जी के नाम एक पत्र निवासी उपजिलाधिकारी श्री भैय्यासाहेब बेहरे जी के माध्यम से सौंपा।
पत्र में SIT की नियुक्ति को एक साहसिक एवं सराहनीय निर्णय बताते हुए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया गया है। साथ ही इस बात पर भी गहरी चिंता व्यक्त की गई है कि कुछ प्रभावशाली या राजकीय तत्व जांच प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास कर सकते हैं, जिससे निष्पक्ष जांच में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
इसलिए NSUI की ओर से मुख्यमंत्री से निम्नलिखित प्रमुख मांगें की गईं:
1. SIT को पूर्ण स्वतंत्रता एवं संरक्षण प्रदान किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि उसकी कार्यवाही में किसी भी प्रकार का राजनीतिक या प्रशासनिक हस्तक्षेप न हो।
2. यदि SIT सदस्यों पर किसी प्रकार का दबाव डालने हेतु किसी जनप्रतिनिधि, अधिकारी या अन्य व्यक्ति द्वारा संपर्क (फोन कॉल, संदेश, मुलाकात आदि) किया गया हो, तो उन सभी कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR) और तकनीकी साक्ष्यों को संरक्षित किया जाए।
3. ऐसे किसी भी हस्तक्षेप की पुष्टि होने पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी जांच प्रक्रिया को प्रभावित करने का साहस न कर सके।
इस अवसर पर NSUI जिलाध्यक्ष अमन तिगाला ने कहा:
“यह घोटाला केवल शिक्षा विभाग नहीं, बल्कि पूरी राज्यव्यवस्था की साख और पारदर्शिता से जुड़ा हुआ है। SIT को यदि एक दबावमुक्त और स्वतंत्र वातावरण में जांच का अवसर मिला, तो न केवल सच्चाई सामने आएगी, बल्कि दोषियों को सज़ा भी सुनिश्चित होगी।”
पत्र के माध्यम से यह भी स्पष्ट किया गया कि NSUI इस पूरे मामले की पारदर्शिता के साथ सतत निगरानी करता रहेगा और यदि आवश्यकता पड़ी, तो राज्यव्यापी जनआंदोलन भी किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में NSUI जिला उपाध्यक्ष राहुल बावनथडे, गोरेगांव तालुका अध्यक्ष प्रिंस ऊके, आशिक बिसेन, सौरभ सोनेवाने, सुशील राहंगडाले सहित NSUI के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।



